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अतीत के झरोखे से…

राजाजीपुरम आवास विकास कालोनी लखनऊ की सबसे पुरानी कालोनी है इसके पश्चात ही इन्दिरा नगर, गोमती नगर इत्यादि कालोनियों का जन्म हुआ है। आवास विकास कालोनी में सर्वप्रथम कर्नल आई०पी० सिंह जी आये और जब भी कोई नया क्षत्रिय सदस्य कालोनी में आता था तो वे उससे सम्पर्क कर हर सम्भव मदद करते थे। साथ ही साथ क्षत्रिय भाई बहनों का पारिवारिक विवरण अपनी डायरी में अंकित कर लेते थे। कर्नल आई०पी० सिंह जी ने यह महसूस किया कि यहाँ क्षत्रियों की संख्या काफी कम थी, एक दूसरे का सहयोग, एकता एवं त्याग की भावना बनाये रखना तथा क्षत्रियों को बुरे व्यसनों से दूर रखने के लिए एक पारिवारिक संस्था ‘क्षत्रिय समाज राजाजीपुरम्’ का जन्म 1979 को श्री रमाशंकर सिंह (संरक्षक) के निवास ई-3949 में गणमान्य क्षत्रिय महानुभावों की एक आवश्यक बैठक से हुआ, जिसमें स्व० मेजर गोबिन्द माधव सिंह, स्व० वीरेन्द्र सिंह भाल, स्व० कर्नल केसरी सिंह, स्व० कर्नल आई०पी० सिंह, स्व० हुकुम सिंह, स्व० कर्नल टी०एन० सिंह, स्व० राम अवध सिंह, स्व० लाल सुमन्त सिंह गौतम, श्री मुरारी सिंह, श्री अनन्तू सिंह, आनन्द मोहन सिंह आदि तत्कालीन वरिष्ठ बन्धु उपस्थित थे। जिसकी अध्यक्षता स्व० कर्नल केसरी सिंह ने की जिससे क्षत्रियों की एकता एवं सहयोग पर बल दिया गया इसी प्रकार प्रत्येक माह बैठक आयोजित की जाती थी। इसी समय से प्रत्येक वर्ष दशहरा कार्यक्रम स्व० अनन्तू सिंह तथा महन्त बाबा नन्द दुलारे दास के सुझाव से हनुमान मंदिर (टेड़ियन मंदिर) के सामने होता रहा है।

सर्वप्रथम श्री राम सेवा समिति (क्षत्रिय समाज) राजाजीपुरम का गठन “क्षत्रिय समाज राजाजीपुरम्” लखनऊ के रूप में स्व० मेजर गोविन्द माधव सिंह की अध्यक्षता में 1984 को श्री रमा शंकर सिंह के निवास स्थान राजाजीपुरम् लखनऊ पर हुई। स्व० रामहेत सिंह, तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा परिषद उ०प्र० के सलाहकार एवं श्री रामचन्द्र सिंह जो फैजाबाद क्षत्रिय महासभा

के कार्यकर्ता के सहयोग से “क्षत्रिय समाज राजाजीपुरम्” का संविधान बनाया गया।

समिति का चुनाव किया गया जिसमें निम्नलिखित पदाधिकारियों का चयन किया गया –

  1. कर्नल आई०पी० सिंह (अध्यक्ष)
  2. कैप्टन एम०पी० सिह (उपाध्यक्ष)
  3. श्री जे०बी० सिंह (उपाध्यक्ष)
  4. श्री रमाशंकर सिंह (महामंत्री)
  5. श्री प्रहलाद सिंह सेंगर (संगठन मंत्री)
  6. श्री रामायण सिंह (कोषाध्यक्ष)

कार्यकारिणी सदस्य डा० जी०एम० सिंह, सरनाम सिंह, प्रद्युम्न सिंह, रामबली सिंह आदि

नवगठित क्षत्रिय समाज के निम्नलिखित उद्देश्य रखें गये-

  1. राजाजीपुरम् कालोनी के समस्त क्षत्रिय बन्धुओं को संगठित करना।
  2. क्षत्रिय बन्धुओं में एकता का भाव जागृत करना।
  3. समाज में व्याप्त सामाजिक बुराईयों को दूर करना।
  4. एक दूसरे के सुख-दुख में शामिल होकर एक-दूसरे की मदद करना।

स्व० राम अवध सिंह के अनुरोध पर 1984 से समिति की मासिक बैठक उनके द्वारा निर्मित श्री अवधेश्वर महादेव मंदिर, बी-ब्लाक राजाजीपुरम् में नियमित रूप से प्रारम्भ की गयी जिसकी अध्यक्षता स्व० कर्नल आई०पी० सिंह, स्व० मेजर गोविन्द माधव सिंह एवं श्री रमाशंकर सिंह किया करते थे। 1986 से मंदिर पर दशहरा उत्सव मनाया जाने लगा।

समर्पित काल वृत्त

नाम: कर्नल एस०आर० सिंह ‘रघुवंशी’ (संरक्षक)

कार्यकाल:1994-1997

निवास:9-70, राजाजीपुरम्, लखनऊ

स्थाई निवास:ग्राम-रेहारी पतरही जौनपुर

मोबाइल:9721546919

कर्नल एस०आर० सिंह जी के कार्यकाल में क्षत्रिय समाज ने चतुर्मुखी विकास किया और समिति को अपनी सूझ-बूझ से नई दिशाएं दी और कार्यक्रम को विशाल रूप दिया। उनके कार्यकाल में सदस्यों में सबसे अधिक प्रेम, सौहार्द, सहयोग, अनुशासन था और भोजन की उत्तम व्यवस्था की नींव डाली गयी। उनके मार्गदर्शन में स्व० सरनाम सिंह जी ने अथक परिश्रम करते हुए क्षत्रिय सदस्यों को आपस में जोड़ने का कार्य किया। कर्नल एस०आर० सिंह के सुझाव पर एवं सभी सदस्यों की सहमति पर पूर्व अध्यक्ष स्व० सूबेदार सिंह जी को प्रथम संरक्षक मनोनीत किया गया। श्री कर्नल एस०आर० सिंह जी ने क्षत्रिय समाज को नई ऊचाईयों व दिशा प्रदान करने हेतु एवं सभी वर्ग को जोड़ने के लिए प्रथम बार महाराणा प्रताप जयन्ती की शुभारम्भ किया जिसमें हमारे माननीय मुख्यमंत्री कल्याण सिंह जी. श्री राजनाथ सिंह जी, श्री राजनाथ सिंह सूर्य एवं बहुत से गणमान्य व्यक्ति मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में सम्मिलित होकर मार्गदर्शन देते रहे जिससे क्षत्रियों में संगठन और सम्मान की वृद्धि हुई। न्यायाधीश जी०बी० सिंह के सुझाव पर होली मिलन की शुरूआत श्री आर०बी० सिंह के निवास, E-1634 पर यह कार्यक्रम निरन्तर कई वर्षों तक इन्हीं के निवास पर सम्पन्न होता रहा। कर्नल एस०आर० सिंह ने कन्या विवाह में शगुन के रूप में रू0 501/- देने के नीव डाली तथा साथ-साथ मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहन के तौर पर दशहरा उत्सव पर पुरस्कार देने की शुरुआत भी की गयी। और समिति के विचारों को क्षत्रिय समाज में जन-जन तक पहुँचाने के लिए 1996 में “प्रताप” पत्रिका का प्रवेशांक प्रकाशित किया गया। कर्नल एस०आर० सिंह जी ने कार्यकारिणी के सहयोग से क्षत्रिय समाज को मजबूत आधार प्रदान करते हुए समिति को असीम ऊचाईयों पर पहुँचाया जिसके लिए सदैव स्मरणीय रहेंगे।

वर्ष 1994-1997 के पदाधिकारियों / कार्यकारिणी सदस्यों की सूची-

1. सूबेदार सिंह -संरक्षक

2. कर्नल एस०आर० सिंह – अध्यक्ष

3 एस०के०डी० सिंह-उपाध्यक्ष

4. श्री गर्जन सिंह-उपाध्यक्ष

5. श्री सरनाम सिंह-महामंत्री

6. श्री रामबली सिंह-संयुक्त मंत्री

7 श्री समर बहादुर सिंह-संगठन मंत्री

8. श्री प्रद्युम्न सिंह-कोषाध्यक्ष

9 श्री राम औतार सिंह-लेखा परीक्षक

10. श्री धर्मेन्द्र प्रताप सिंह-सदस्य

11. डा० हरिश्चन्द्र सिंह-सदस्य

12. श्री अजय बहादुर सिंह-सदस्य

13. श्री हरि शंकर राय बिसेन-सदस्य

14. श्री महेन्द्र कुमार सिंह-सदस्य

15. श्री राजेन्द्र सिंह चौहान

16. श्री रामायण सिंह-सदस्य

समिति के कार्यों में सक्रियता लाने के लिए प्रत्येक क्षेत्र से एक संयोजक का चयन किया गया जिसमें श्री यशवन्त सिंह, बाबू लाल सिंह सेंगर, रमेश सिंह, नरेन्द्रपाल सिंह, देवेन्द्र प्रताप सिंह, राम प्रवेश सिंह, अलकेश सिंह, दया शंकर सिंह, यदुनाथ सिंह भदौरिया, धर्म सिंह, राजेश सिंह, दान बहादुर सिंह, नारायण प्रताप सिंह, उदयवीर सिंह भदौरिया, डा० एस०पी० सिंह एवं सुभाष सिंह नियुक्त किये गये जिससे समिति की प्रगति प्रखरता से बढ़ने लगी।

समर्पित काल वृत्त

नाम : श्री आर०बी० सिंह ‘राजकुमार’ (संरक्षक)

पद : अध्यक्ष

निवास: ई-1634, राजाजीपुरम्, लखनऊ

कार्यकाल :1997-2000

स्थाई निवास: ग्राम सकया, बरसड़ा, सुल्तानपुर

मोबाइल: 9415021522

न्यायमूर्ति जी०बी० सिंह जी के प्रस्ताव पर श्री सुबेदार सिंह, कर्नल एस०आर० सिंह एवं अन्य सदस्यों के अनुमोदन से श्री राम बिहारी सिंह को 15 जून 1997 को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया। नवगठित कार्यकारिणी एवं अध्यक्ष के समक्ष भूखण्ड आवंटन का लक्ष्य रखा गया जिस उ‌द्देश्य की पूर्ति के लिए अध्यक्ष श्री आर०बी० सिंह जी एवं कार्यकारिणी ने समिति को मार्गदर्शन एवं आर्थिक सुदृढ़ता प्रदान करने हेतु एक “संरक्षक मण्डल” का गठन किया और भूखण्ड आवंटन की लक्ष्य प्राप्ति के लिए “संचालन कमेटी का गठन किया जिसमें न्यायमूर्ति जी०बी० सिंह, सूबेदार सिंह, एस०के०डी० सिंह जी. आर०बी० सिंह एवं श्री श्याम सिंह राठौर का मनोनयन किया गया। समिति ने भूखण्ड की सुरक्षा के लिए ‘श्री राम सेवा समिति’ के नाम में “क्षत्रिय समाज के शब्द को जोड़कर “श्री राम सेवा समिति क्षत्रिय समाज” के नाम से नवीनीकरण कराया।) लक्ष्य की पूर्ति के लिए तत्कालीन सभासद श्रीमती कुसुमराय जी के माध्यम से मा० मुख्यमंत्री श्री कल्याण सिंह जी का नागरिक अभिनन्दन दिनांक 25.12.1997 स्थान ई-ब्लाक पुराना टैम्पो स्टैण्ड चौराहे पर किया गया। जिसमें समाज के विकास के लिए श्रीमती कुसुम राय के माध्यम से निम्न प्रस्ताव मा० मुख्यमंत्री के समक्ष रखे गये रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल, मिनी स्टेडियम, ‘सामुदायिक विकास केन्द्र क्षत्रिय समाज हेतु भूखण्ड, महाराणा प्रताप की प्रतिमा (हुसैनगंज चौराहा स्थित), श्री नेत्रपाल सिंह जी के सुझाव पर सरस्वती शिशु मंदिर राजाजीपुरम् हेतु आर्थिक सहयोग, सी-ब्लाक के लिए डबल पुलिया, अपट्रान कर्मचारियों के 6 माह के बकाया वेतन का प्रस्ताव रखा गया जिसे मा० मुख्यमंत्री कल्याण सिंह जी ने सहर्ष स्वीकृत दी, साथ ही साथ श्री भयन्यू सिंह धनुषधर को उनकी विद्या पर 11 हजार रुपये का पुरस्कार भी दिया।

तत्कालीन माननीय मुख्यमंत्री कल्याण सिंह जी द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों के विकास हेतु श्री एस०के०डी० सिंह द्वारा स्थापित एस०के०डी० एकेडमी ई-ब्लाक में प्रथम शाखा का लोकार्पण किया।

महाराणा प्रताप जयन्ती के अवसर पर दिनांक 20.6.1998 को प्रदेश अध्यक्ष माननीय राजनाथ सिंह द्वारा टडियन मंदिर हनुमान मंदिर के सामने महाराणा प्रताप उद्यान का लोकार्पण किया गया।

तत्कालीन मा० मुख्यमंत्री के द्वारा श्रीराम सेवा समिति क्षत्रिय समाज राजाजीपुरम को सामुदायिक विकास केन्द्र हेतु आवास विकास परिषद का 1642.87 वर्ग मीटर का भूखण्ड आधे कीमत पर 1998 में आवंटित किया गया जो कि क्षत्रियों के स्थायित्व हेतु एक ऐतिहासिक कदम साबित हुआ।

भूखण्ड की धनराशि के एकत्रीकरण की योजना के तहत क्षत्रिय सदस्यों से सेवा कक्ष के माध्यम से लगभग रु० 10 लाख की धनराशि का संग्रह कर देना बैंक में “श्रीराम सेवा समिति क्षत्रिय समाज भवन निर्माण कोष” के नाम से संग्रहित कर एक संचालक मण्डल का गठन किया गया। (रु० 6,84,000.00 भूखण्ड मद में आवास विकास परिषद में जमा किया) शेष राशि भूखण्ड के कब्जे एवं सुरक्षा की दृष्टि से दो कमरे, बाउण्ड्रीवाल व गेट (समरसेबिल पम्प) का निर्माण कराया गया। मा० जगदम्बिका पाल के द्वारा क्षत्रिय भवन के भूखंड का उ‌द्घाटन किया गया।

श्री आर०बी० सिंह जी के कार्यकाल में दशहरा उत्सव होली मिलन, महाराणा प्रताप जयन्ती आदि उत्सवों का एवं पूर्व अध्यक्ष कर्नल एस०आर० सिंह जी के द्वारा शुरू की गई सभी परम्पराओं का सुचारू रूप से आयोजन किया जाता रहा। उत्तर 8 प्रदेश के सभी प्रबुद्ध एवं प्रमुख नेताओं जैसे माननीय मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, श्री राजनाथ सिंह, श्री राम प्रकाश गुप्त जी, श्री जगदम्बिका पाल जी|

समर्पित काल वृत्त

नाम: श्री एस०के०डी० सिंह दुर्गवंशी (संरक्षक) नाम

पद: अध्यक्ष

कार्यकाल: 2001 2005

निवास: : सी-314, राजाजीपुरम्, लखनऊ

स्थाई निवास: ग्राम-सानाहिता, जौनपुर

मोबाइल: 9415104656

श्री सुबेदार सिंह जी ने अध्यक्ष पद के लिए श्री एस०के०डी० सिंह जी के नाम का प्रस्ताव पर, श्री आर०बी० सिंह एवं अन्य सदस्यों ने अनुमोदन किया और सर्वसम्मति से चुनाव सम्पन्न हुआ।

श्री एस०के०डी० सिंह शिक्षा क्षेत्र के माध्यम से पूरे देश में विशेषकर उत्तर प्रदेश में जानी-मानी हस्ती है। श्री एस०के०डी० सिंह जी ने एस०के०डी० ग्रुप आफ एजूकेशन के माध्यम से विशेषकर इन्जीनियरिंग, मेडिकल में क्षत्रिय बन्धुओं के बच्चों को आगे बढ़ाने में प्रशंसनीय योगदान दिया जिससे विद्यार्थियों को अद्वितीय सफलता मिली। इसी विशेष योगदान के लिए तत्कालीन माननीय राज्यपाल द्वारा शिक्षाविद श्री एस०के०डी० सिंह को भारत ज्योति अवार्ड से सम्मानित किया गया।

श्री एस०के०डी० सिंह जी ने लोगों के स्वास्थ्य के लिए एवं गरीबों की सहायता हेतु श्री एस. के. डी. Hospital की स्थापना कृष्णा नगर में की जिसमें क्षत्रिय परिवार के इलाज हेतु विशेष सुविधायें प्रदान की गयी।

अध्यक्ष श्री एस०के०डी० सिंह जी ने समिति एवं समाज को जोड़ने के लिए एवं शिक्षा के क्षेत्र में बहुत प्रशंसनीय कार्य किये। श्रीराम सेवा समिति, क्षत्रिय समाज राजाजीपुरम् लखनऊ के संगठन को मजबूत बनाया और समाज में आपसी सौहार्द बनाये रखने का कार्य किया। समिति के कार्यक्रमों को नई दिशायें प्रदान की है। उनके कार्यकाल में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जगदम्बिका पाल, राजनाथ सिंह सूर्य, अरविन्द सिंह गोप आदि एवं शिक्षा जगत के प्रबुद्ध लोगों का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।

श्री एस०के०डी० सिंह एवं कार्यकारिणी ने शिक्षा-चिकित्सा क्षेत्र में क्षत्रियों के उत्थान के लिए सराहनीय कार्य किये है।

वर्ष 2000-2005 के संरक्षक, पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी सदस्यों की सूची

संरक्षक मण्डल

1 श्री सूबेदार सिंह

2 श्री रमा शंकर सिंह

3  श्री राम बिहारी सिंह

4  श्री आनन्द सिंह हांडा

5.  डा० सी०बी० सिंह

6  डा० आर०एन० सिंह

7. श्री छोटे लाल सिंह

8  कर्नल एस०आर० सिंह

कार्यकारिणी

1. श्री एस०के०डी० सिंह – अध्यक्ष

2. श्री सरनाम सिंह – उपाध्यक्ष

3. श्री गर्जन सिंह – उपाध्यक्ष

4. श्री रमेश सिंह – उपाध्यक्ष

5. श्री श्याम सिंह राठौर – महामंत्री

6. श्री बी.एल. सिंह सेंगर – संयुक्त मंत्री

7. श्री एन०पी० सिंह चौहान – संयुक्त मंत्री

8.  श्री ए०बी० सिंह – संगठन मंत्री

9 श्री हेमेन्द्र प्रताप सिंह – संगठन मंत्री

10. श्री सत्य प्रकाश सिंह – संगठन मंत्री

11. डा० एस०पी० सिंह – संगठन मंत्री

12. श्री रामबली सिंह – कोषाध्यक्ष

13. श्री राम औतार सिंह – आडीटर

14. श्री हरीशंकर राय बिसेन – सदस्य

15. श्री शिव शंकर सिंह – सदस्य

16. श्री सुभाष सिंह – सदस्य

17. श्री टी०एन० सिंह – सदस्य

18. श्री ए०के० सिंह – सदस्य

19. श्री धर्म सिंह – सदस्य

20 श्री दयाशंकर सिंह चौहान – सदस्य

21 श्री यदुनाथ सिंह भदौरिया – सदस्य

22. श्री सतीश चन्द्र सिंह – सदस्य

23 श्री वीरेश सिंह – सदस्य

24. श्री दिरगज सिंह – सदस्य

25 श्री अलकेश सिंह चौहान – सदस्य

26 डा० एस०पी० सिंह चंदेल – सदस्य

27 श्री समर बहादुर सिंह – सदस्य

28. श्री राम शंकर सिह – सदस्य

29 श्री मुसाफिर सिंह – सदस्य

30 श्री सुनील कुमार सिंह – सदस्य

31 श्री जे०एन० सिंह – सदस्य

32 श्री अनुराग सिंह – सदस्य

33 श्री राधेश्याम सिंह – सदस्य

34 श्री शत्रुघन सिंह – सदस्य

35 श्री. संतोष कुमार सिंह – सदस्य

30 श्री नन्द लाल सिंह – सदस्य

37 श्री सुरेन्द्र सिंह चौहान – सदस्य

38 श्री देवेन्द्र सिंह – सदस्य

30 श्री आर०पी० सिंह – सदस्य

भवन संचालक मण्डल

श्री सुबेदार सिंह, एस०के०डी० सिंह, आर०बी० सिंह, सी०बी० सिंह, रमेश सिंह, संत प्रकाश सिंह, के०एन० सिंह, राम अधीन सिंह, एस०एस० राठौर शिव प्रताप सिंह, धर्म सिंह।

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